ध्रुव ट्रेवली: रांची टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया. भारत की जीत के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल. ध्रुव जुरेल ने पहली पारी में 90 रन की अहम पारी खेली. जबकि दूसरी पारी में वह 39 रन बनाकर वापस नहीं लौटे. इस शानदार प्रदर्शन के लिए ध्रुव जुरेल को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया. वहीं, रांची टेस्ट के बाद महेंद्र सिंह धोनी की नजर ध्रुव जुरेल के रूप में सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज पर है. लेकिन पिछले 10 दिनों में ध्रुव जुरेल की जिंदगी कैसे बदल गई है? सुनील गावस्कर के अलावा कई क्रिकेट दिग्गज ध्रुव जुरेल की दिल से तारीफ करते हैं.
‘आने वाले समय में आप बेहतर पारियां खेलेंगे, लेकिन जब…’
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उनकी मुलाकात ध्रुव जुरेल से रांची में हुई थी. इस दौरान उन्होंने कहा, ”आप भविष्य में एक से अधिक पारियां खेल सकते हैं, लेकिन जब भी आप अपने करियर पर नजर डालेंगे तो आपको उन पारियों पर बहुत गर्व होगा।” साथ ही ध्रुव जुरेल की प्रतिभा को पहचानने का श्रेय भी. पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगकारा को जाता है। दरअसल, राजस्थान रॉयल्स की टीम में जोस बटलर और संजू सैमसन जैसे शानदार बल्लेबाज थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ध्रुव जुरेल को चुना।
ध्रुव जुरेल ने कठिन परिस्थितियों में खेली साहसिक पारी…
दिग्गज उस कठिन परिस्थिति से विशेष रूप से प्रभावित हुए जिसमें ध्रुव जुरेल ने अपनी बहादुरी का प्रदर्शन किया। रांची टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम के 7 बल्लेबाज 177 रन तक पवेलियन पहुंच गए थे, लेकिन इसके बाद ध्रुव जुरेल ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर स्कोर 307 रन तक पहुंचा दिया. इसलिए बेन स्टोक्स की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम को बड़ा फायदा नहीं मिल सका. ध्रुव जुरेल ने दूसरी पारी में कठिन परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. भारतीय टीम के सामने 192 रन का लक्ष्य था, लेकिन 120 रन तक भारत के 5 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. फिर ध्रुव जुरेल ने शुबमन गिल के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई.
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