रोहित शर्मा और विराट कोहली ने 14 महीने के लंबे ब्रेक के बाद टी20 फॉर्मेट के लिए भारतीय टीम में एंट्री की. इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से छह महीने पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी के कई मायने लगाए जा रहे हैं. इससे यह भी सवाल उठता है कि 14 महीने तक युवा खिलाड़ियों को आजमाने के बाद भी चयनकर्ता रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ आगे क्यों नहीं बढ़ सके. इसके साथ ही यह भी लगभग साफ हो गया है कि रोहित शर्मा टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे. इतना ही नहीं टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली भारत के टॉप ऑर्डर का अहम हिस्सा होंगे.
दरअसल, 2021 और 2022 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. 2021 में टीम इंडिया पहले ही राउंड में बाहर हो गई और खराब प्रदर्शन का ठीकरा विराट कोहली पर फूटा. खराब प्रदर्शन के कारण विराट कोहली को सीमित ओवरों की कप्तानी गंवानी पड़ी. चयनकर्ताओं ने 2022 में रोहित शर्मा को आजमाया. लेकिन टीम इंडिया का सफर सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सका. इसके बाद दोनों खिलाड़ियों को अगले 14 महीने के लिए टी20 फॉर्मेट से बाहर कर दिया गया.
इस बीच हार्दिक पंड्या को टी20 फॉर्मेट में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया, जबकि सूर्यकुमार यादव को उपकप्तान बनाया गया. अब माना जा रहा था कि टीम कम से कम टी20 फॉर्मेट में रोहित शर्मा और विराट कोहली से आगे निकल गई है. इन दोनों को बाहर करने का एक कारण यह था कि दोनों विश्व कप में खराब प्रदर्शन के लिए शीर्ष फ्लाइट को जिम्मेदार ठहराया गया था। टॉप 3 में रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली की मौजूदगी के कारण टीम को उस तरह की शुरुआत नहीं मिल पा रही थी, जिसकी इस फॉर्मेट में जरूरत होती है. रोहित शर्मा टी20 फॉर्मेट में बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे, जबकि विराट कोहली और केएल राहुल का स्ट्राइक रेट संदेह के घेरे में था.
चयनकर्ताओं को योजना बदलनी पड़ी
लेकिन हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव की चोटों ने चयनकर्ताओं को रोहित शर्मा और विराट कोहली पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव के आईपीएल तक फिट होने की संभावना है. हालांकि, अब यह साफ हो गया है कि चयनकर्ता इन दोनों खिलाड़ियों को एक और मौका देना चाहते हैं.
रोहित शर्मा और विराट कोहली को टी20 में मौका मिलने की एक वजह वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन भी है. रोहित शर्मा ने ना सिर्फ टीम का शानदार नेतृत्व किया बल्कि बतौर ओपनर उनका प्रदर्शन भी कमाल का रहा. रोहित शर्मा ने लगभग सभी मैचों में टीम को शानदार शुरुआत दी. इसका फायदा यह हुआ कि विरोधी टीम रक्षात्मक हो गई और अन्य बल्लेबाज हावी होने में कामयाब रहे.
वहीं, विराट कोहली ने हर मैच में टीम पर पूरा नियंत्रण बनाए रखा. विराट कोहली एंकर की भूमिका में सफल साबित हुए और टूर्नामेंट में 700 से ज्यादा रन बनाए. इसके अलावा पिछले डेढ़ साल में विराट कोहली ने सभी फॉर्मेट में कमाल का प्रदर्शन किया है. चयनकर्ता रोहित शर्मा को याद करते हुए विराट कोहली को नजरअंदाज नहीं कर सके. अब टीम इंडिया को 17 साल बाद चैंपियन बनाने की जिम्मेदारी रोहित शर्मा और विराट कोहली के कंधों पर होगी.