बीसीसीआई समीक्षा बैठक के निष्कर्ष: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की 1-3 से हार ने भारतीय टीम के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए थे. इससे पहले भारत को न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था. दोनों सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली के खराब प्रदर्शन की काफी आलोचना हुई. गौतम गंभीर की आलोचना होने लगी और टीम को नया कप्तान देने की अटकलें शुरू हो गईं. बीसीसीआई की समीक्षा बैठक में कुछ ऐसे ही मुद्दों पर गहन चर्चा हुई. यह बैठक कथित तौर पर 2 घंटे तक चली. यहां जानते हैं इस बैठक के 5 मुख्य बिंदु क्या थे?
1. रोहित शर्मा कप्तान रहेंगे या नहीं?
रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए थे. आलोचनाओं से घिरे रोहित शर्मा ने समीक्षा बैठक में कहा कि वह कुछ समय तक कप्तान बने रहना चाहते हैं. रोहित ने यह भी कहा कि अगर बीसीसीआई भविष्य में भी नए कप्तान की तलाश जारी रखे तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी. बैठक में जसप्रित बुमरा को नया टेस्ट कप्तान बनाने पर चर्चा हुई लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई क्योंकि बुमरा की फिटनेस लगातार चिंता का विषय बनी हुई है।
2. गौतम गंभीर के सपोर्ट स्टाफ पर गिरेगी गाज!
गौतम गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. टेस्ट टीम को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। समीक्षा बैठक में गौतम गंभीर के सहयोगी स्टाफ के दो सदस्यों रयान टेन डॉयचे और अभिषेक नायर के टेस्ट मैचों में योगदान पर सवाल उठाए गए. हालाँकि, मोर्ने मोर्कल के पास लंबे प्रारूप में खेलने का काफी अनुभव है इसलिए गेंदबाजी कोच के रूप में उनका पद सुरक्षित रह सकता है।
3. क्या विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेलेंगे या नहीं?
विराट कोहली की फॉर्म को लेकर काफी आलोचना हो रही है जबकि ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों से उन्हें लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 पारियों में केवल 93 रन बनाए। जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उनके बल्ले से सिर्फ 190 रन निकले. सूत्रों के मुताबिक, चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कोहली और रोहित के करियर पर फैसला नहीं लिया जाएगा. अगर ये दोनों चैंपियंस ट्रॉफी में फेल होते हैं तो बीसीसीआई इन्हें टीम से हटाने के लिए कदम उठाने पर मजबूर हो जाएगी.
4. चैंपियंस ट्रॉफी तक कोई फैसला नहीं
समीक्षा बैठक में एक सदस्य ने पूछा कि अगर भारत ने घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की है तो टीम के अंदर कुछ समस्याएं होंगी. रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन पर चर्चा की गई और उम्मीद जताई गई कि ये दोनों बेहतर प्रदर्शन करेंगे. फिलहाल, यही अपडेट सामने आया है कि चैंपियंस ट्रॉफी के खत्म होने तक सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा, लेकिन उसके बाद कप्तानी से लेकर कोचिंग और विराट कोहली के टेस्ट करियर और रोहित शर्मा तक सभी चीजों पर बड़ा फैसला हो सकता है. .
5. खिलाड़ियों को निर्णय लेने की आजादी नहीं है.
अब खिलाड़ियों को खुद यह चुनने की आजादी नहीं होगी कि वे द्विपक्षीय सीरीज में खेलना चाहते हैं या घरेलू क्रिकेट में. यदि कोई खिलाड़ी द्विपक्षीय श्रृंखला से बाहर होना चाहता है, तो उसे एक मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी।
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