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फाइनल में भारत की हार के टॉप 5 फैक्टर: खराब शॉट खेलकर कप्तान ने गंवाया विकेट, 3 विकेट लेने के बाद भी नहीं किया अटैक

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  • भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया फाइनल मैच का विश्लेषण; भारत की हार के शीर्ष पांच कारण; रोहित शर्मा|विराट कोहली| केएल राहुल | मोहम्मद शमी | जसप्रित बुमरा

अहमदाबाद22 मिनट पहले

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रविवार को वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में जिस दबदबे के साथ प्रदर्शन किया वह खिताबी मुकाबले में कायम नहीं रह सका.

अहमदाबाद के पीएम नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 241 रनों के लक्ष्य को 43 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. ट्रैविस हेड ने 120 गेंदों पर 137 रनों की नाबाद पारी खेली और मार्नस लाबुशेन ने 110 गेंदों पर 58 रनों की नाबाद पारी खेली.

फाइनल में भारत की हार के पांच अहम कारण रहे. आइये एक-एक करके जानते हैं –

1. रोहित की लचर बैटिंग
रोहित शर्मा ने इस विश्व कप में उसी तरह बल्लेबाजी की जैसे उन्होंने पहले की थी। शॉट लेने के बाद वह जिस तरह से बाहर आए उसे घटिया माना जाएगा. पावरप्ले के 9 ओवर में भारत का स्कोर 66/1 था.

10वां ओवर लेकर आए पार्ट टाइम गेंदबाज ग्लेन मैक्सवेल. रोहित ने अपनी पहली तीन गेंदों पर 10 रन बनाए थे. इसके बावजूद उन्होंने चौथी गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की और कैच आउट हो गए. इससे भारतीय पारी की लय टूट गई.

रोहित शर्मा 47 रन बनाकर आउट हुए.  वह लगातार दूसरे मैच में 47 रन पर आउट हुए.

रोहित शर्मा 47 रन बनाकर आउट हुए. वह लगातार दूसरे मैच में 47 रन पर आउट हुए.

2. विराट गलत समय पर आउट हो गए
रोहित के आउट होने के बाद अय्यर 4 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद विराट ने राहुल के साथ 67 रन की साझेदारी निभाई. दोनों टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जा रहे थे, तभी विराट को पैट कमिंस की गेंद मिली. यहां से भारतीय पारी लड़खड़ा गई और बाद में आए बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल सके.

विराट कोहली 63 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए.

विराट कोहली 63 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए.

3. राहुल की धीमी बल्लेबाजी
कोहली का विकेट गिरने से केएल राहुल दबाव में आ गए और विकेट बचाने के लिए धीरे-धीरे खेलने लगे. बीच में 97 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं आई। केएल राहुल ने 107 गेंदों में 61.68 की स्ट्राइक रेट से 66 रन बनाए. उन्होंने केवल एक चौका लगाया.

केएल राहुल अपनी 66 रनों की पारी में सिर्फ एक चौके तक पहुंचे.

केएल राहुल अपनी 66 रनों की पारी में सिर्फ एक चौके तक पहुंचे.

4. बॉलिंग और फील्डिंग में आक्रमण कम होना.
241 रनों के छोटे स्कोर का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने पावरप्ले में दबदबा बनाए रखा. शमी ने अपने पहले ही ओवर में डेविड वॉर्नर का विकेट लिया. इसके बाद बुमराह ने पावरप्ले में मिशेल मार्श और स्टीव स्मिथ को आउट किया। पावरप्ले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 60 रन के अंदर 3 विकेट गंवा दिए. यहां से रोहित शर्मा ने गेंदबाजी और फील्डिंग में आक्रमण कम कर दिया.

ओस से बचने के लिए रोहित ने पावरप्ले के बाद जड़ेजा और कुलदीप से 6 ओवर गेंदबाजी कराई. इस पर हेड और लाबुशेन को एक-दूसरे की ओर देखने का मौका मिला। दोनों ने शतकीय साझेदारी की और मैच को ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में कर दिया।

मार्नस लाबुशेन और ट्रैविस हेड के बीच 192 रन की साझेदारी हुई.

मार्नस लाबुशेन और ट्रैविस हेड के बीच 192 रन की साझेदारी हुई.

5. ओस गिरना
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 20 ओवर के बाद ओस गिरने लगी. इससे गेंद गीली हो गयी और हमारे स्पिनर अप्रभावी हो गये. जड़ेजा और कुलदीप कोई विकेट नहीं ले सके. तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी बल्लेबाजी आसान हो गई.

इस मैच में भारतीय स्पिनर एक भी विकेट नहीं ले सके.

इस मैच में भारतीय स्पिनर एक भी विकेट नहीं ले सके.

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