भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट रिलीज़ में देरी की कहानी: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाएगी। इसमें दोनों टीमें पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेंगी, जिसकी शुरुआत 22 नवंबर से होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले हमने आपको बताया था कि कैसे 2001 में दोनों के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज के ड्रॉ होने पर बड़ा विवाद हुआ था.
2001 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोलकाता में खेले गए टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में टॉस को लेकर विवाद हो गया था. इस कोलकाता टेस्ट में टॉस में देरी को लेकर ऑस्ट्रेलिया पर आरोप लगे थे.
उस वक्त एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रिका ने लिखा था कि कुछ मौकों पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ को टॉस के लिए इंतजार करना पड़ा था. इंतजार इसलिए करना पड़ा क्योंकि भारतीय कप्तान सौरव गांगुली टॉस के लिए देर से पहुंचते थे. वॉ ने अपनी किताब ‘आउट ऑफ माई कम्फर्ट जोन’ में सीरीज के देरी से ड्रा होने का जिक्र भी किया है.
ड्रा में देरी क्यों हुई?
टॉस में देरी को लेकर भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने तुरंत सफाई दी कि टीम के ब्लेज़र्स के देर से पहुंचने के कारण टॉस में देरी हुई. गांगुली ने यह भी कहा था कि ड्रॉ में जानबूझ कर देरी नहीं की गई.
भारत ने सीरीज जीती
2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने 2-1 से जीत हासिल की थी. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए पहले मैच में मेहमान ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम भारत को 10 विकेट से हराया था.
फिर कलकत्ता में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने 171 रनों से जीत हासिल की. बाद में चेन्नई में खेले गए सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम ने 2 विकेट से सीरीज जीत ली.
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