चैंपियंस ट्रॉफी डेटा: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 19 फरवरी से शुरू हो रही है। इस बार टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान करेगा. यह टूर्नामेंट पहली बार 1998 में खेला गया था। लेकिन क्या आप जानते हैं चैंपियंस ट्रॉफी का लक्ष्य क्या है? इस टूर्नामेंट का आयोजन क्यों किया जाता है? हालाँकि, आज हम आपको चैंपियंस ट्रॉफी से जुड़ी 3 दिलचस्प बातें बताएंगे, जो शायद आप नहीं जानते होंगे। दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पहली बार 1998 में किया गया था। इसके पीछे का उद्देश्य उन देशों के लिए धन जुटाना था जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं, ताकि उन देशों में क्रिकेट का विकास जारी रह सके।
चैंपियंस ट्रॉफी से जुड़े रोचक तथ्य.
क्या आप जानते हैं चैंपियंस ट्रॉफी में कितनी टीमें हिस्सा लेती हैं? चैंपियंस ट्रॉफी को विश्व कप के बाद सबसे महत्वपूर्ण आयोजन माना जाता है, लेकिन इस टूर्नामेंट में विश्व कप जितनी टीमें नहीं होती हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में ICC वनडे रैंकिंग में शीर्ष 8 टीमें भाग लेती हैं। इसके अलावा अन्य टीमें टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकती हैं. इस टूर्नामेंट की शुरुआत ग्रुप स्टेज के मुकाबलों से होती है. इसके बाद एलिमिनेटरी मैच खेले जाते हैं। इसके अलावा, वनडे रैंकिंग में शीर्ष 8 टीमों को 2 समूहों में बांटा गया है। दोनों ग्रुप की टीमें अपने-अपने ग्रुप की टीमों से एक-एक बार भिड़ती हैं, फिर दोनों ग्रुप की शीर्ष 2 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचती हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी का इतिहास और भारतीय टीम का प्रदर्शन
चैंपियंस ट्रॉफी वनडे प्रारूप में खेली जाती है। यह टूर्नामेंट पहली बार साल 1998 में खेला गया था. उस समय बांग्लादेश ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की थी. बाद में यह टूर्नामेंट 2000, 2002, 2004, 2006, 2009, 2013 और 2017 में खेला गया। भारतीय टीम की बात करें तो वह अब तक एक बार चैंपियन रह चुकी है। इसके अलावा वह एक बार संयुक्त विजेता भी रह चुकी हैं. जबकि दो बार उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इस तरह भारतीय कुल मिलाकर 4 बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचे हैं, लेकिन सफलता केवल दो बार ही हासिल हुई है।
ये भी पढ़ें-
IND vs ENG: अर्शदीप सिंह शतक के करीब, अगर ऐसा हुआ तो अगले टी20 में रच देंगे इतिहास